Dost Ki Didi Ko Khub Choda दोस्त की दीदी को खूब चोदा

Dost Ki Didi Ko Khub Choda दोस्त की दीदी को खूब चोदा
हे दोस्तों, मैं राज हूँ, बिहार के पटना का रहने वाला। मैं 24 साल का हूँ और यह मेरी पहली कहानी है जो मैं यहाँ पोस्ट कर रहा हूँ।

मेरे स्कूल में एक दोस्त था, उसकी बहन नेहा थी। वह मुझसे एक साल बड़ी थी। मैं उसका बहुत सम्मान करता था और वह भी मुझे। जब हम दोनों 12वीं पास आये तो कॉलेज में एडमिशन लिया।

कॉलेज जाने पर मुझे अपनी सीनियर दीदी रीना से मिली। पहले मैं उनके बारे में बता दूँ, उनका नाम रीना है और वो बेहद ही सेक्सी लगती हैं। उनकी आँखें हिरनी जैसी थीं और उनके बड़े-बड़े स्तन देखकर मन करता था कि अभी पकड़ कर चूस लूं। उनकी गांड बहुत मोटी थीं, उनका फिगर 34-35-36 है – कुल मिलाकर चुदाई के लिए परफेक्ट! वो इतनी अच्छी बातें करती थीं कि मन करता था कि उनके होंठों को घंटों तक चूमता रहूँ। लेकिन ऐसा मौका नहीं मिला, एक साल बीत गया और वह फाइनल ईयर में चली गईं।

मैं भी पढ़ाई में व्यस्त हो गया था और उनसे अगले साल के नोट्स लेने लगा। जब मैं उनसे दूसरे साल के नोट्स लेने गया तो उन्होंने कहा कि तुम एक काम करो, मेरे पास अब नोट्स नहीं हैं, मेरे घर आ जाओ और ले जाओ। मैंने पूछा कि कब आऊँ तो उन्होंने कहा कि कल सुबह आ जाओ। वे दोनों शाम को 5 बजे तक आएंगे, तुम पहले ही घर चले जाओगे। मैं बस मौका ढूंढ रहा था कि कब दीदी के अकेले में जाकर बात कर सकूँ और वो मौका मुझे आज मिल गया। मैंने सुबह जल्दी उठकर तैयार होकर दीदी के घर के लिए निकल गया और माँ को बताया कि मैं कॉलेज जा रहा हूँ। मेरी मम्मी बोली ठीक है। रास्ते में मैंने देखा कि दीदी के पेरेंट्स भी अपने ऑफिस के लिए निकल गए हैं, अब तो माहीमा दीदी अकेली हैं। मैं उनके घर गया और बेल बजाई तो दीदी बाहर आईं।

आज वो बहुत ही मस्त लग रही थीं। मेरा दिल देखकर धड़कने लगा। फिर उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और कहा कि तुम बैठो और चाहे तो मेरे कमरे में जाकर मेरा कंप्यूटर ठीक कर दो। मैंने कहा कि मैं आपका कंप्यूटर ठीक कर दूंगा और उनके कमरे में चला गया। वो मेरे लिए पानी लेकर आईं और जानबूझकर मेरे ऊपर फिसल गईं और सारा पानी मेरे ऊपर गिरा दिया। फिर उठकर उन्होंने मुझे माफ़ी मांगी कि मैं तुम्हारे कपड़े गीले कर दी। फिर दो मिनट बाद उन्होंने कहा कि तुम अपने कपड़े उतार लो और पंखे के नीचे रख दो, आधे घंटे में सूख जाएंगे। मैंने मान लिया और दीदी मेरे लिए टॉवल लेकर चली गईं। जब वो चल रही थी तो ऐसा लग रहा था कि जाकर उनकी गांड में अपना 6 इंच का लंड डाल दूँ। बहुत हिल रही थीं। जब मैंने अपना पैंट उतारा तो मेरी जॉकी से मेरा पूरा लंड खड़ा हो गया और उसे दीदी ने देख लिया। मैं जानता था कि दीदी मेरे लंड को देख रही हैं लेकिन फिर भी मैंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और जैसे चल रहा था, वैसा ही चलाया। फिर दीदी मुस्कुराकर मुझे टॉवल देना शुरू कर दिया। फिर दीदी बोली “मैं चाय बनाकर लाती हूँ”।

मैंने कहा ठीक है, मैं जब तक आपका कंप्यूटर ठीक कर दूंगा। जैसे ही दीदी का कंप्यूटर ठीक हुआ तो मैंने दीदी के कंप्यूटर में डेस्कटॉप पर एक फोल्डर देखा जिसका नाम था BF। मुझे लगा कि यह ब्लू फिल्म का फोल्डर होगा और जैसे ही मैंने उसे खोला, उसमें बहुत सारी ब्लू फिल्में थीं। मैंने सोचा कि क्या दीदी ये भी देखती हैं? मैं एक वीडियो चालू कर दिया। मैं देख रहा था कि दीदी दरवाजे से मुझे देख रही थीं। मेरा लंड अपनी पूरी साइज में आ चुका था। जैसे ही दीदी अंदर आई तो मैं डर गया और फोल्डर बंद कर दिया। दीदी ने मुझे देखकर मुस्कुराना शुरू कर दिया। मुझे थोड़ा शक हुआ। हम दोनों चाय पीते हुए बातें करने लगे। तब मैंने देखा कि दीदी का cleavage दिख रहा है और मैं उसे ही देख रहा था। दीदी समझ गईं लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा, बल्कि उल्टा दिखाने लगी।

धीरे-धीरे हम दोनो के बीच गंदी बातें शुरू हो गईं। फिर दीदी ने मुझसे पूछा कि मैंने कभी कोशिश की है? मैंने नहीं कहा। फिर मैंने दीदी से पूछा कि क्या आपने कभी कोशिश की है? तो दीदी ने कहा कि मैं हमेशा बाथरूम में जाकर अपने स्तनों को मसाज करती हूँ। मैंने मन ही मन सोचा कि शायद इसलिए दीदी के इतने बड़े-बड़े स्तन हैं। फिर मैंने दीदी से कहा कि क्या आप मेरे साथ सेक्स करेंगे? तो दीदी ने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराई। मैं समझ गया कि मेरी लाइन क्लियर है। मैंने दीदी को एकदम से किस कर दिया। पहले तो दीदी सोच में पड़ गईं फिर दीदी ने भी मुझे चूमना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे मैं माहीमा के कपड़े उतारने लगा, उसने अपनी आँखें बंद कर ली थीं और मेरे होंठों को चूस रही थी, मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल रही थी और कभी मेरी जीभ को चूस रही थी।

मैं बहुत उत्साहित हो चुका था और वो भी बहुत मस्त हो चुकी थी। मेरे सीने उसके स्तनों से टकरा रहे थे और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने दीदी के बाल खोल दिए और फिर माहीमा के कपड़े उतारना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में हम दोनों नंगे हो चुके थे लेकिन हम अभी भी एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे। धीरे-धीरे मैं उसके गर्दन को चूसने लगा, वो पागल हो रही थी। मैंने उसके कान को काट लिया, वह पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी। मैं उसे चूमते-चूमते उसकी गांड में भी हाथ डाल देता था। फिर मैंने उसे बिस्तर पर ले लिया और धीरे-धीरे उसकी चुत में हाथ लगाया। वो गीली हो चुकी थी। मुझे समझ आ गया कि अब वह पूरी तरह से मस्त हो चुकी है। वैसे तो हम दोनों विर्जिन थे लेकिन चुदाई करते हुए ऐसा लग रहा था जैसे पहले ही कई बार चुदाई कर चुके हों।

मैंने उसके हाथों को कसकर पकड़ लिया, वो पागल हो रही थी। फिर मैंने उसकी चुत को चूसना शुरू किया एक हाथ से दबाते हुए और उसका मुंह से “आह्ह्ह्ह” “उन्ह्ह्ह्ह” की आवाज आ रही थी। मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था, वो बहुत जोर से आवाज़ निकाल रही थी और फिर उसने अपने दोनों हाथों से मेरे बाल पकड़े और अपनी चुत की तरफ दबाने लगी। वह पूरी तरह से पागल हो चुकी थी। मैंने दीदी से कहा कि आपके घर में जेम है? तो उसने कहा कि हाँ, मैं किचन में जाकर जेम ले आऊंगी और उसकी बुर में लगा दिया। फिर थोड़ी देर में उसकी प्यारी बुर को चाटने लगी। वह बहुत “अन्नाह्ह” “उन्ह्ह्ह” कर रही थी। उसके बुर से पानी बहने लगा। लगभग एक घंटे तक चाटने के बाद मैंने सोचा अब इसको चुदाई करूँ। फिर उसने मेरे लंड को देखा और किस कर दिया और अपनी चुत में डाल दिया। वैसे तो मैं भी विर्जिन था, इसलिए मुझे भी डर लग रहा था कि अगर मेरा लंड की स्किन फट जाए या फिर रीना की बोर फट जाए। मैंने रीना को यह बात बताई तो उसने कहा कि आज ऐसा मौका मिला है तो फिर नहीं मिलेगा, आज जो चाहे कर लो। अब इस पल का आनंद ले लो। मैंने भी कहा कि ठीक है, आज मैं तुम्हें बहुत मज़ा दूंगा। उसने कहा कि मेरी जान मेरी चुत को चाटकर तुमने मुझे जन्नत दिखाई दी है। फिर मैंने कंप्यूटर में गाना लगा दिया और वॉल्यूम बढ़ा दिया ताकि जब मेरा लंड उसकी चुत में घुसे तो आवाज़ ज्यादा बाहर न जाए। अब उसने अपनी आँखें बंद कर ली थीं और मैंने अपने हाथ से उसके हाथ को पकड़ लिया था और उसने अपने पैरों को मेरे कमर से बांध दिया। मैंने एक जोर से झटका मारा और 3 इंच का लंड उसकी बोर में चला गया। वो चिल्लाई “आह्ह्ह्ह” “माँ” मैं मर जाऊंगी, बाहर निकलो!” मैं सुनने वाला था और थोड़ी देर रुके हुए फिर उसे धक्का देने लगा। वह भी बहुत आनंद ले रही थी। दो मिनट बाद मैंने अपना पूरा लंड उसकी बोर में डाल दिया। वो बहुत जोर से चिल्लाई “आह्ह्ह्ह” “मैं मर जाऊंगी, प्लीज बाहर निकलो!” उसके आँखों से आंसू निकलने लगे। थोड़ी देर बाद मैंने वही रुके हुए धक्के देने शुरू कर दिए। अब वह सामान्य हो गई थी।

मैंने उस पर पूरा जोर लगाकर धक्का दिया और अब वो मुंह से “अन्नाह्ह” “उन्ह्ह्ह” की आवाज निकाल रही थी और कह रही थी “चोदो और… जोर से चोदो!” लेकिन मैं पूरी तरह से उत्साहित था। 40 मिनट तक चुदाई के बाद मैं थकने वाला था तो उसने कहा कि मेरी बोर में ही रख दो। मैंने उसकी बोर में ही अपना पूरा लंड रख दिया। वो दो बार झाड़ चुकी थीं और अब मैं उसके ऊपर ही सो गया था। फिर मैंने अपना लंड उसकी बोर से निकाला तो वह पूरी तरह से लाल हो चुका था। रीना मेरे लंड को देखती ही रह गई। फिर मैंने अपना लंड फिर से उसकी बोर में एक बार में ही डाल दिया और अब उसे और मज़ा आ रहा था। उसका शरीर जैसे आग से जल रहा था। इस बार मैंने उसे 1 घंटे तक चुदाई की। इस बार वो चार बार झड़ चुकी थीं।

थोड़ी देर बाद मैंने कहा कि अब मैं तुम्हारी गांड में हाथ डालना चाहता हूँ तो उसने कहा कि मुझे बहुत दर्द होगा। मैंने कहा कि नहीं होगा, बस थोड़ी देर तक दुखेगा फिर तुमको भी बहुत मज़ा आएगा। वो मान गई। फिर मैंने अपना लंड उसकी चुत से निकाला और उसे डॉगी स्टाइल में लेने को कहा। जब वो लेट गई तो मैंने अपना लंड उसकी गांड की छेद पर रखा और रगड़ना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे मेरा लंड उसकी गांड में 3 इंच घुस गया। वो दर्द के कारण चिल्ला रही थी लेकिन फिर भी मैं नहीं रुका और जोर से धक्का लगाने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने अपना पूरा 7 इंच का लंड उसकी गांड में डाल दिया। वो चिल्लाई लेकिन उसे मज़ा भी आ रहा था। फिर मैंने अपनी चुदाई जारी रखी। जब मैंने थोड़ा ज़ोर लगाया तो उसने कहा कि “जान, थोड़ा धीरे और आराम से चोदो!” वह “अन्नाह्ह” “उन्ह्ह्ह” की आवाज़ निकाल रही थी। अब उसे बहुत मज़ा आ रहा था।

वो कह रही थी कि अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा है। मेरी सांसें तेज़ हो रही थीं। अब उसको भी बहुत मज़ा आने लगा। वह अपनी गांड उठा-उठाकर चुदाई करवा रही थी और मैं तो इतनी मोटी गांड में लंड डालकर जन्नत की सैर कर रहा था। हिलते-हिलते मैं भी उसकी गांड में घुस गया और उसके ऊपर ही लेट गया। फिर हम दोनों नहाने गए और मैंने वहाँ नीचे शावर के नीचे फिर से उसका चुत मे अपना लंड डाल दिया और 15 मिनट तक चुदाई की। बाहर निकलने के बाद हम दोनों ने अपने-अपने कपड़े पहने और उसने मुझे कॉफी बनाकर पिलाया। हम दोनों एक ही कप में पी रहे थे। फिर एक घंटे तक हमने ब्लू फिल्म देखी। उस दौरान मैंने उसे लगभग आधे घंटे तक चूमते-चूमते रखा। फिर 2 बजे तक मैंने उसे चूमकर गुडबाय किया। उसके बाद तो जैसे हमारा रूटीन बन गया है चुदाई का। मैं आज भी कॉलेज से कभी-कभी bunk कर के जाता हूँ और उसकी बहुत चुदाई करता हूँ। कम से कम हफ्ते में हम दोनों 3 बार सेक्स करते हैं।

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