Savita Bhabhi Ki Chudai सविता भाभी की चुदाई

Savita Bhabhi Ki Chudai सविता भाभी की चुदाई
ये कहानी मेरे और मेरे पड़ोस Savita Bhabhi Ki Chudai की है। ये बात आज से 5 साल पहले की है,

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमर है, मेरी उम्र 30 साल है। मेरी हाइट 5’9 फीट है, और मैं दिखने में एवरेज और बहुत मज़ाकिया हूँ।

दोस्तो आज मैं आपसे अपनी जिंदगी का एक Hindi X Story शेयर करने जा रहा हूँ। जिसे पढ़ कर आप अच्छा महसूस करोगे,

मैं दिल्ली में रहता हूँ। और ये घटना मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी के साथ घटी।

मेरा घर सुमित भईया के घर से लगा हुआ था। हम बचपन से एक दूसरे के यहां जा रहे हैं, सुमित भईया की अरेंज मैरिज हुई थी।

और उनकी पत्नी के बारे में मैं आपको क्या बताऊँगा। बनाने वाले ने उसे टाइम ले कर आराम से बनाया होगा, उसका फिगर 36-28-36 था।

भाभी का रंग एक दम गोरा जिससे दूध होता है। उसके बूबा ऐसे थे, कि हाथ लगो तो हाथ फिसल जाए। भाभी की आवाज़ ऐसी थी,

कि उसकी आवाज़ सुनने का मन बार बार होता है। हुआ ये कि उनकी शादी को 2 महीने हो गए थे, और मैं जब भी अपनी छत पर जाकर बैठा था।

तो भाभी को छत पर बैठ कर उन्होंने देखा था, तो वो अक्सर भाभी का मन मुरझाया रहता था।

भाभी मुझे नोटिस करती थी, कि मैं उन्हें देख रहा हूं। और जिस वो मुझे दिखती थी। मैं अपने कमरे में जा कर उसको देख कर मुठ मारता था।

दिसंबर का महीना था, तो मैं ऊपर धूप लेने आ गया, थोड़ी देर बाद जब मैंने पड़ोस वाली छत पर देखा तो भाभी आयी हुई थी।

उसे देख कर ऐसा लग रहा था, मानो वह कपड़े सुखाने आई होगी। वो लेटी हुई थी, तो मैं पीछे अपनी छत पर खड़ा उसे देख रहा था।

अचानक मेरी नज़र उसके स्तन पर गई, मन कर रहा था कि अभी जा कर इन्हें चूस चूस कर लाल कर दूं।

पर मैंने समझदारी से काम लिया और चुप रहकर उसे देख रहा था।

साथ ही मैं सपनों में उन्हें चोद रहा था, पता नहीं मैं सपनों में कहा चला गया था। अचानक मुझे लगा कि कोई मुझे बुला रहा है।

मैंने देखा कि वो भाभी ही है और वो बोली – क्या हुआ इतनी देर यहाँ खड़े होकर मुझे देखे जा रहे हो बताओ?

मैं गया कि वो सुमित भईया से ये बात बोल देगी, फिर मैंने बोला – कुछ नहीं भाभी मैं तो धूप लेने आया था।

फिर मैं अपने कमरे में वापस चला गया, पूरी रात मैं यही सोचता रहा कि कहीं भाभी ये बात किसी को बता न दे।

अगले दिन जब मैं छत पर आया तो मैंने देखा कि भाभी ने हल्की हल्के रंग की नाइटी पहन रखी थी। जिसके उनके बूब्स साफ साफ दिख रहे थे,

इसे देख कर मेरा 7″ का लंड खड़ा हो गया। मैं उन्हें देखे ही जा रहा था, अचानक भाभी ने पीछे देखा और वो बोली – क्या देख रहे हो?

मैं – नहीं भाभी बस मैं ये देख रहा था, कि कोई आपके कपड़े उतार ना दे।

भाभी – क्या मतलब?

मैं – आप जो कपड़े सुखा रही हो, उन्हें कोई न उतार दे। ये बात सुन कर भाभी बहुत जोर से हँसी, और फिर मैं बोला।

मैं – भाभी जब से आप यहां आई हो, मैंने आपको पहली बार हंसते हुए देखा है। भाभी आप मुझे अपना दोस्त ही समझो, कभी कोई दिक्कत हो तो प्लीज मुझे बता देना।

भाभी – ऐसी कोई बात नहीं है। पर मैं समझ गया, कि कोई ना कोई तो बात है।

फिर मैंने बोला – भाभी मेरी और आपकी उम्र लगभग बराबर ही है, मैं आपको अपना नंबर देता हूँ।

कभी कोई परेशानी वाली बात हो तो मुझे फोन कर लेना।

ये कह कर मैं नीचे आ गया, और मैं पूरे दिन उनके फोन के इंतज़ार करता रहा।

जब रात को मैं अपने कमरे में लेटा था, तो करीब 2 बजे मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया।

उस नंबर की ट्रूकॉलर आईडी सविता नाम की आई। मुझे लगा ये तो भाभी है, क्योंकि उनका नाम भी सविता ही है।

फिर मैंने फोन उठाकर हेलो बोला, और उधर से आवाज़ आई मैं सविता तुम्हारी भाभी। मुझे लगा कि मेरी तो लॉटरी लग गई है,

और मैं बोला – भाभी बोलिए मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ।

भाभी – वो बस ऐसा कुछ नहीं ये शराब पीकर सो रहे हैं। और मुझे नींद नहीं आ रही है, तो मैंने बाहर वाले कमरे में आकर तुम्हें फोन मिला लिया।

मैं – भाभी एक बात पूछू?

भाभी – हाँ बोलो.

मैं – भाभी की शादी के बाद तो लड़कियां खुश रहती हैं। और जब से यहां आई हो आप चुप ही रहती हो।

भाभी काफी देर चुप रही और बोली – अमर कुछ चीजें ऐसी ही होती हैं, जिनसे आप बात नहीं कर सकते।

मैं – भाभी आप मुझे बताएं मैं इस बारे में किसी को नहीं बताऊंगा। मैंने भाभी से काफी रिक्वेस्ट की तो जा कर भाभी

बोली – अमर हर लड़की के सपने होते हैं, क्योंकि हर लड़की की अपने पति से उम्मीद होती है। और जब वो पूरी न हो तो लाइफ सही नहीं लगती।

फिर धीरे-धीरे उन्होंने मुझे सब कुछ बताया कि हनीमून वाली रात सुमित भईया ड्रिंक करके आए थे। और जब वो सेक्स करने लगे तो वो कुछ देर तक मेरे पास ही रहे।

मुझे लगा कि क्या पता वो ड्रिंक करके आए हैं, इसलिए वो जल्दी सो गए हैं। पर वो एक महीने में 1-2 मिनट में ही फ्री हो जाते थे।

मैंने अपनी सहेलियों से सुना है, कि सेक्स काफी लम्बे समय तक हो। तभी तो दोनो पार्टनर संतुष्ट होते है, मैं रोजाना अधूरी ही रहती हूँ।

जिसकी वजह से मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता।

मैं- भाभी मैं कुछ मदद करूँ?

भाभी – तुम कैसे मदद करोगे?

मैं – आप छत पर आ जाओ, फिर मैं आपको बताता हूँ।

भाभी – ऊपर ठंडा है. मैं – भाभी अगर ठंड लगेगी तो मैं उसका जुगाड़ कर लूंगा।

भाभी – 10 मिनट बाद मैं आती हूँ। मैंने तभी देओ लगाया और पेस्ट किया। फिर मैं एक कम्बल और एक कपड़ा लेकर ऊपर आ गया।

5 मिनट बाद भाभी ने गेट खोला और वो बाहर से गेट बंद करके मेरे पास आई और वो बोली।

भाभी – बताओ तुम कैसे मदद करोगे मेरी?

मैं कुछ देर तक इधर उधर की बातें करता रहा, कुछ देर बाद भाभी बोली – अमर मुझे ठंड लग रही है।

मैं – भाभी ये लो कम्बल और इसे ओढ़ लो।

भाभी – तुम भी ले लो, तुम्हें भी तो ठंड लग रही होगी।

जेसे ही उन्हें ये बोला. मैं तभी कम्बल के अंदर आ गया, अब भाभी मेरे सामने लेटी हुई थी। वो सिर्फ रात को पहन कर आई थी, और मैंने सिर्फ लोअर और टी-शर्ट पहन कर आया था।

भाभी – तुम मुझे हमेशा घूर के क्यों देखते हो?

मैं – भाभी सुन्दरता को लोग ऐसे ही देखते हैं। अचानक उनके स्तन मेरे हाथों पर आ गए, पर जब भाभी ने अपने स्तन नहीं हटाए।

तो मैं उनके स्तन सहलाने लग गया, भाभी कुछ नहीं बोली और मैं कुछ देर तक ऐसे ही करता रहा।

फिर अचानक भाभी के हाथ में मेरे चड्डी के पास टच हुआ,

अब वो भी मेरे लंड को मसलने लग गई और फिर मैं बोला।

मैं – भाभी क्या मैं आपके बूब्स चूसता हूँ। भाभी कुछ नहीं बोली और वो मेरे लंड को ऊपर से सहलाने लग गयी।

मैंने मोका देख कर नाइटी को थोड़ा नीचे खींचा, जिसका एक बूब्स बाहर निकल गया।

फिर मैंने उसको काटकर चूसना शुरू कर दिया। जिस तरह मैंने उसको चूसना शुरू कर दिया, भाभी की सिसकारियां निकलने लग गईं।

भाभी – आआह्ह आआह्ह आआह्ह. मैं एक हाथ से बूब्स को दबा रहा था, और दूसरे बूब्स को चूस रहा था। मैंने देखा कि भाभी मेरे लंड को बाहर से खूब तेज़ी से ऊपर नीचे कर रही थी।

मोका देख कर मैंने अपना दूसरा हाथ भाभी की पैंटी में डाल दिया। और मैं अपनी उंगली से भाभी की चूत पर मसलने लगा, वो अब और तेज़ सिसकारियां लेने लग गई।

भाभी – उम्मम्म्ह आह्ह उम्मम्म्ह उम्म्ह।

मैंने भाभी की नाइटी, ब्रा और पैंटी उतार दी और फिर से मैं उंगली करते हुए उसके स्तन चूसने लगा। कुछ देर बाद

भाभी बोली – मैं जानती थी तू Meri Chudai ही चाहता है। फिर उन्होंने मेरा लोअर और चड्डी नीचे करके मेरे लंड को हाथ में ले लिया।

जैसे ही उसने लंड हाथ में लिया और वो बोली – अमर लंड क्या इतना बड़ा होता है, इनका तो तुमसे आधा ही है और बहुत पतला भी है।

मैं- भाभी मैं कह रहा था ना, मैं आपकी मदद करूंगा। ये कह कर मैं थोड़ा नीचे आया और मैं भाभी की चूत पर अपनी जीभ लगा कर मैं उनकी चूत को चाटने लग गया।

भाभी ने मेरे पर हाथ रखा, और वो मेरा सर दबाने लग गई।

भाभी – आह आह अमर अब और मत तड़पाओ प्लीज अब इसकी प्यास को बुझा दो। फिर अचानक भाभी झड़ गई और मैं उनका सारा पानी पी गया।

फिर हम दोनो 69 की पोजीशन में आ गए और अब हमें ठंड लगनी बंद हो गई थी। उसने मेरा लंड करीब 5 मिनट तक चूसा और फिर वो बोली।

भाभी – अमर अब डाल दो इसे मेरी चूत में।

मैं – भाभी कहीं आपको दर्द ना हो.

भाभी – तुम बस लंड डाल दो, बाकी सब मैं देख लूंगी। फिर मैंने लंड को उनके छेद पर रखा और मैंने एक ही धक्का मारा, वो एक दम उछल पड़ी।

पर मैं नहीं माना और मैंने अगले धक्के में अपना 7 इंच का लंड उनकी चूत में डाल दिया। भाभी अब रोने लग गई और

बोली – अमर इसे बाहर निकाल लो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

मैं – भाभी कुछ देर बाद सब सही सो जाएगा। फिर मैं कुछ देर ऐसे ही उनके ऊपर लेटा रहा, फिर मैं धीरे-धीरे ऊपर नीचे होने लग गया। कुछ देर बाद भाभी को मजा आया

और वो बोली – अमर अब दर्द नहीं हो रहा है, थोड़ा तेज करो ना। कुछ ही देर बाद भाभी नीचे उछल उछल कर सपोर्ट करने लग गई।

मुझे लगा कि ये फिर से झड़ने वाली है, तो मैंने अपनी थोड़ी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से वो आवाज करने लग गई।

भाभी – आह आह आह अमर आह और जोर से करो ना। फिर उसने मेरी कमर पर अपने नाखून गढ दिए और वो झड़ गई। मैं इसे फिर ऐसे ही देखता रहा, क्योंकि अभी मेरा ऐसा नहीं हुआ था।

भाभी – अमर क्या हुआ? मैं – मेरा अभी नहीं हुआ है। भाभी – मैं पूरी तुम्हारी हूँ, तुमने जो करना है वो करो। मैं – डॉगी स्टाइल में.

भाभी – वो क्या होता है?

फिर मैंने भाभी को डॉगी स्टाइल में किया, और मैंने पीछे से उनकी चूत में लंड डालकर धक्के मारने लग गया।

अब मेरा लंड सीधा अंदर जा रहा था, इसलिए भाभी को बहुत दर्द हो रहा था। भाभी मुझे रोकने को कह रही थी, पर मैं धक्के लगाता जा रहा था।

4 मिनट के बाद मैं भी झड़ गया, और हम दोनो नंगे ही एक दूसरे के लिपट कर लेत गये। कुछ देर बाद भाभी को होश आया और वो बोली।

भाभी – अमर आज तुमने मुझे सही से सेक्स का एहसास दिलाया है।

मैं – तुम्हारा जब भी दिल करे तो तुम मुझे बता दिया करना। मैं आ कर तुम्हें खुश कर दिया करूंगा। कुछ देर बाद हमारा मूड फिर से बन गया,

उस रात हमने 4 बार सेक्स किया। आज उनके पास एक लड़का है, जो मेरा बीज है। उसकी पूरी शक्ल मेरे से मिलती है।

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